जय जिनेंद्र बंधुओं,
संत शिरोमणि आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज एवं संघ के आशीर्वाद से हम कुछ युवाओं ने संगठित होकर एक वेबसाइट “http://www.agamdhara.com“ का निर्माण किया है जिसका एकमात्र उद्देश्य संपूर्ण विश्व में जैन धर्म को सच्चे जैन आगमानुसार समाज के सभी वर्गों, विशेषत: युवाओं तक पहुंचाना है.
पंचम काल के प्रभाव से और आगमसम्मत ज्ञान के अभाव के कारण मिथ्यात्व का पोषण हमारी जैन समाज में बढ़ रहा है.
हम अपने इस प्रयास के अंतर्गत WEBSITE पर प्रतिदिन नए आलेख/पोस्ट/जानकारियां अपलोड करते हैं जोकि पूर्णतया आगम संबंधित होते हुए रुचिकर भी होती है जिन्हें पढ़कर आप और हम अपने आगम के चारों अनुयोगो में गर्भित ज्ञान से अवगत होते हैं और युवा वर्ग तो प्रायः अचंभित भी होते हैं.
आप सभी से मात्र इतना सहयोग चाहते हैं कि आप स्वयं इस WEBSITE को नियमित रूप से विजिट करें और जानकारी अच्छी लगे तो कमेंट के माध्यम से सभी तक पहुंचाएं.
आप Whats App/Facebook/Twitter व अन्य साधनों के माध्यम से अधिक से अधिक बंधुओं को इस वेबसाइट पर नियमित रूप से विजिट करने के लिए प्रेरित करें आपका छोटा सा प्रयास हमारे युवाओं व अन्य वर्गों में हमारे धर्म और आगम के प्रति अवश्य उत्साह उत्पन्न करेगा हम ऐसी आशा करते हैं.
हम आप को यह भी बताना अपना कर्तव्य समझते हैं कि इस वेबसाइट के माध्यम से धन्उपार्जन करना हमारा कदापि उद्देश्य नहीं है यह तो बस मात्र है :