उत्तम शौच धर्म की प्रश्नोत्तरी

प्रश्न. – शौच धर्म का क्या स्वरूप है ?

उत्तर – उत्कृष्टता को प्राप्त ऐसे लोभ का अभाव करना शौच धर्म है अथवा शुद्धि-पवित्रता का भाव शौच धर्म है।

प्रश्न. – शुद्धि के मुख्य रूप से कितने भेद हैं ?

उत्तर – दो भेद हैं – बाह्यशुद्धि और अभ्यन्तरशुद्धि ।

प्रश्न. – बाह्य शुद्धि से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर – जल आदि से स्नाान करके शरीर आदि को शुद्ध करना बाह्यशुद्धि है।

प्रश्न. – अभ्यन्तर शुद्धि किसे कहते हैं ?

उत्तर – लोभ कषाय आदि का त्याग करने से अभ्यन्तर शुद्धि होती है।

प्रश्न. – संसार में किन-किनको सर्वाधिक पवित्र माना है ?

उत्तर – भूमि से निकला हुआ जल, पतिव्रता स्त्री, धर्म में तत्पर राजा और ब्रह्मचारीगण सदा शुद्ध माने जाते हैं।