जैनधर्म प्रश्नोत्तरमाला – 2

प्रश्न -अनादिनिधन पर्व कौन-कौन से हैं ?

उत्तर -सोलहकारण पर्व, दशलक्षण पर्व, आष्टान्हिका पर्व।

प्रश्न  -हस्तिनापुर से संबंधित कौन-कौन सी ऐतिहासिक घटनाएँ हैं ?
उत्तर -१. भगवान ऋषभदेव ने यहाँ प्रथम बार इक्षुरस का आहार लिया था। २. शांति, कुंथु, अरहनाथ इन तीन तीर्थंकरों के चार-चार कल्याणक हुए। ३. कौरवों-पांडवों व्दारा महाभारत युद्ध होकर यहीं पर न्यायप्रिय पांडवों की विजय हुई थी। ४. रक्षाबंधन का इतिहास यहीं से प्रारंभ हुआ क्योंकि मुनि विष्णुकुमार ने यहाँ ७०० मुनियों का उपसर्ग दूर कर उनकी रक्षा की थी। ५. दर्शन प्रतिज्ञा का नियम निभाने वाली मनोवती का कथानक यहाँ से जुड़ा है । ६. रोहिणी व्रत का कथानक भी यहीं की घटना है ।

प्रश्न  -सती द्रौपदी ने स्वयंवर में कितने पतियों का वरण किया था ?
उत्तर -उसने केवल एक अर्जुन को ही अपना पति स्वीकार किया था, पाँचों पाँडवों को नहीं। पांडवपुराण नामक जैन महाभारत में इसका खुलासा देखें।

प्रश्न  -सीता ने अग्नि परीक्षा में सफलता के पश्चात् क्या किया ?
उत्तर -अग्नि परीक्षा के बाद सीता ने अपनी दादीसास आर्यिका श्री पृथ्वीमती माताजी के पास जाकर आर्यिका दीक्षा धारण कर ली थी। जैन रामायण-पद्मपुराण में इसका रोमांचक इतिहास देखें।

प्रश्न  -श्री रामचन्द्र ने मोक्ष पद कहाँ से प्राप्त किया है ?
उत्तर -महाराष्ट्र के नासिक जिले में ‘‘मांगीतुंगी’’ नामक सिद्धक्षेत्र है उसी के तुंगी पर्वत से श्रीराम ने मोक्ष प्राप्त किया था।

प्रश्न  -हनुमान के माता-पिता का क्या नाम था ?
उत्तर -सती अंजना और पवनञ्जय कुमार।

प्रश्न  -पांडवों को वनवास क्यों जाना पड़ा ?
उत्तर -‘‘जुआ’’ नामक व्यसन में फसने के कारण।

प्रश्न  -चौबीस तीर्थंकरों की निर्वाणभूमि के क्या नाम हैं ?
उत्तर-कैैलाशपर्वत, चंपापुरी, पावापुरी, गिरनार और सम्मेदशिखर पर्वत।

प्रश्न  -पुराण किसे कहते हैं ?
उत्तर -पुण्य पुरुषों के पवित्र चरित्र का जिन ग्रंथों में वर्णन हो, उन्हें पुराण ग्रंथ कहा जाता है ।

प्रश्न  -कर्म किसे कहते हैं ?
उत्तर -पुद्गल के जो परमाणु आत्मा के साथ जाकर दूध और पानी के समान एकमेक हो जाते हैं उन्हें कर्म कहते हैं।